इंदौर: हिंदू देवी-देवताओं पर बोले गए अप शब्दों के वजह से जेल में बंद मुनाव्वर फारुकी के समर्थन में 100 कलाकारों ने रैली निकाली. इनमें कुणाल कामरा, पूजा भट्ट, अरुंधति रॉय इन्होंने मुनाव्वर फारुकी पर लगे आरोपों को वापस लेने के लिए कहा है.उन्होंने कहा की कॉमेडी करना कोई जुर्म नहीं है.
भारतीय संविधान के आर्टिकल (19) के अनुसार संविधान ने सब को अभिव्यक्ति की आजादी का मूलभूत अधिकार दिया है. इसके तहत कोई भी व्यक्ति अपनी बात किसी भी माध्यम से समाज के सामने कह सकता है. लेकिन अगर ऐसी बातों से देश की स्वभौमात् वता तथा अखंडता या फिर किसी वर्ग विशेष की भावनाओं को आहत होती है तो उस व्यक्ति विशेष पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.
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